चंडीगढ़(प्रैसवार्ता) हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरमोहिन्द्र सिंह द्वारा हजकां के पांच विधायकों को कांग्रेस में शामिल करने उपरांत उन्हें अंतिम नोटिस दिये जाने से सत्तारूढ़ हुड्डा सरकार पर संकट के बादल मंडराते दिखाई देने लगे हैं। हजकां विधायकों को जल्दबाजी में हजकां से बगावत करने वाले विधायकों को कानूनी विचार-विमर्श के बगैर कांग्रेस में शामिल किया जाता, तो वह यह विधायक हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जारी पहले नोटिस का ही जवाब दे देते। नोटिस से हजकां विधायकों की दूरी से संकेत मिलता है कि प्रदेश में एक साथ पांच उपचुनाव किसी भी समय हो सकते हैं।
Monday, February 8, 2010
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