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Wednesday, December 30, 2009

बेटियों ने दिया पिता की अर्थी को कंधा

रेवाड़ी(प्रैसवार्ता) पाल्हावास में परिजनों ने पिता की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए रूढि़वादिता को किनारे करते हुए पुत्रियों ने कंधा देने की परंपरा शुरू की तथा अस्थियां विसर्जन के स्थान पर स्कूल के गरीब बच्चों को गर्म कपड़े और जूते वितरित किए। पाल्हावास निवासी मास्टर महेंद्रसिंह का गत दिवस लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उसकी शव यात्रा को उसके पुत्र सतीश यादव तथा तीन पुत्रियों मीनू, मधु तथा कुसुम ने कंधा दिया। विशेष बात यह रही कि परिजन हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार उनकी अस्थियों को विजर्सन के लिए किसी पवित्र स्थान पर नहीं ले गए तथा उस पर आने वाले खर्च को गांव के राजकीय उच्च विद्यालय में पढऩे वाले गरीब व जरूरतमंद बच्चों पर लगा दिया। बच्चों को गर्म कपड़े तथा जूते वितरित किए। पुत्र सतीश यादव ने बताया कि उनके पिता मास्टर महेंद्रसिंह ने बीमारी के दौरान इच्छा जाहिर की थी कि उसे कंधा देने का अधिकार उसकी पुत्रियों को भी दिया जाए।

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