बठिण्डा(प्रैसवार्ता) केन्द्र सरकार ने बठिण्डा के तेल शोधक कारखाने (रिफाईनरी) का नाम शुरू गोबिन्द सिंह रिफाईनरी लिमिटेड से बदल कर एच पी सी एल मित्तल अैनर्जी लिमिटेड कर दिया है, जिस पर पंजाब सरकार ने भी अपनी स्वीकृति दे दी है। इस का रहस्योदघाटन उस समय हुआ, जब रिफाईनरी के प्रबंधकों को स्टाम्प डियूटी और रजिस्ट्रेशन चार्जिज में छूट लेने के लिए कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि रिफाईनरी के लिए, जो जमीन एक्वायर की गई थी, या की जानी है, उसे स्टाम्प डयूटी तथा रजिस्ट्रेशन चार्जिज पर छूट है। पंजाब सरकार द्वारा 22 जून को बठिण्डा प्रशासन को, जो एजेंडे की कापी भेजी गई है, उसके अनुसार रिफाईनरी का नाम एच पी सी एल मित्तल अर्नजी लिमिटेड लिखा हुआ है। ''प्रैसवार्ता" को मिली जानकारी अनुसार गृह सचिव पंजाब ने इस प्रौजेक्ट संबंधी एक उच्च स्तरीय मीटिंग की थी, जिसमें रिफाईनरी के प्रबंधकों ने कहा था कि केन्द्र सरकार ने इस रिफाईनरी का नाम बदल दिया गया, जिस पर पंजाब सरकार ने भी नोटिफिकेशन की तैयारी शुरू कर दी है। रिफाईनरी के प्रबंधकों द्वारा एक्वायर जमीन के लिए राजस्व विभाग से छूट की मांग की गई, तो उन्होंने नये नाम पर छूट देने से इंकार कर दिया, क्योंकि राजस्व रिकार्ड में पुराना नाम ही चल रहा है। अब राज्य सरकार ने नाम बदलने को हरी झंडी दे दी है।
Monday, July 5, 2010
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