चंडीगढ़(प्रैसवार्ता) हरियाणा पुलिस की एस.टी.एफ के प्रमुख अशोक श्योराण (अब निलंबित) के नित नये कारनामे सामने आ रहे हैं, मगर जांच को लेकर कई संदेह उत्पन्न हो रहे हैं। पानीपत पुलिस ने श्योराण का पांच दिन का पुलिस रिमांड अदालत से प्राप्त कर लिया है, मगर श्योराण का जांच में सहयोग न करना जांच दल के लिए एक कठिनाई बन रहा है। एस.एस.पी पानीपत राजेन्द्र सिंह गहलोत के अनुसार सत्यता सामने जरूर लाई जायेगी-भले ही नारको टैस्ट करवाना पड़े। ''प्रैसवार्ता" द्वारा प्राप्त की गई जानकारी के अनुसार श्योराण के सरकार के विपक्ष के कई राजनेताओं तक की पहुंच जांच प्रभावित कर रही है। 16 नवम्बर 2008 को बादड़ा (भिवानी) क्षेत्र से 5 करोड़ रुपये की हैरोइन की बरामदी में आधा दर्जन लोगों पर शिकंजा कसने वाले श्योराण पर यह भी आरोप लग रहा है कि डसने हैरोइन की जगह यूरिया पावडर की प्रयोगशाला जांच करवाई, जिसके चलते सभी कथित अपराधी जमानत पर रिहा कर दिये। श्योराण का सर्विस रिवालवर का गुम होना और उससे पुलिस अधिकारी राजबीर की हत्या का होना भी विवादित हो गया है।
Tuesday, March 23, 2010
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