सिरसा(प्रैसवार्ता) महिलाएं भी पुरूषों से कम नहीं है और महिलाएं भी वह करके दिखा सकती हैं, जिसे शायद पुरूष न कर सके। ऐसी एक मिसाल पेश की है, कि जिला सिरसा के ग्राम छतरियां की सरपंच सुलोचना देवी वर्ष 2005-06 में सरपंच बनने के समय ग्राम में शराब बिना किसी रोक-टोक के बिकती थी और एक दिन महिला सरपंच ने बस अड्डे पर शराब की दुकान पर छोटे-छोटे बच्चों को शराब सेवन करते देखा, तो उसी क्षण उसने ठान लिया कि नशों से युवा वर्ग का भविष्य खतरे में पड़ सकता है, इसलिए ग्राम को नशा मुक्त बनाना है। इसी के साथ नशा मुक्त् िके खिलाफ सुलोचना देवी ने एक अभियान छेड़ दिया, जिसमें वह पूर्णतया कामयाब हुई है। पिछले दो वर्ष से शराब की बिक्री ग्राम छतरियां में बंद है और पंचायत तथा ग्रामीणों के सहयोग से पूरे ग्राम में शराब बेचने तथा सेवन करता पकड़े जाने पर ग्यारह हजार रुपये का दंड निर्धारित किया है-जिसका पालन करते हुए ग्राम वासियों ने एक भी व्यक्ति को दंडित की नौबत न आने का अवसर देकर नशा मुक्त ग्राम की स्वीकृति देकर एक अनूठी मिसाल कायम की है।
Tuesday, March 9, 2010
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