पत्रकारिता क्षेत्र में ऐ.बी.सी. यानि आडिट ब्यूरो ऑफ सर्कुलेशन एक विशेष स्थान रखता है । किसी भी अखवार के प्रसार आंकड़े अत्यन्त महत्वपूर्ण होते हैं । अखबार का न केवल प्रभाव बढ़ाने के लिए अपितु विज्ञापन दाताओं को प्रभावित करने हेतु अखबार का प्रसार अधिक होना चाहिए । जिस अखबार की प्रसार संख्या अधिक होती है, विज्ञापन दरें भी स्वीकार कर ली जाती हैं। ऐसोसिऐशन ऑफ अमेरिकन एडवर्टर्रजसं ने वर्ष 1899 में समाचार पत्रों के प्रसार का एक सम-मानक के आधार पर सत्यापन करने का प्रथम प्रयास किया था । जिसे प्रकाशकों के असहयोग, कार्य संचालन एवं प्रयोग के लिए निधियों की कमी प्रकाशको का वही खाता तथा लेखा परीक्षा प्रणालियों में मानकीकरण की कमी और प्रसार शब्द की समुचित पमुचित परिभाषा न होने जैसी कतिपयय कठिनाईयों का सामना करना पड़ा और यह 1913 में जाकर दम तोड़ गया । दूसरे प्रयास के रूप में आडित ब्यूरो ऑफ सर्कुलेशन की स्थापना 1914 में हुई । यह संस्था अनेक दशाब्दियों तक विज्ञापन दाताओं को अनेक अखबारों के आंकड़े उपलब्ध करवाती रही है । ऐ.बी.सी का उद्देश्य है ''प्रकाशक सदस्यों के प्रसार के मानकीकृत विवरण प्रकाशित करना, इन विवरणों में प्रकाशित आंकड़ों का लेखा परीक्षकों द्वारा ऐसे किसी भी या सभी अभिलेखों का, जिन्हें ब्यूरो आवश्यक समझे, की गई लेखा परीक्षा से सत्थापन करना और केवल विज्ञापन दाताओं, विज्ञापन एजेन्सीज और प्रकाशकों के लाभ के लिए प्रसार के आंकड़े प्रकाशित करना । प्रस्तुति प्रैसवार्ता (रजि.)
Saturday, January 9, 2010
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