छिंदवाड़ा(प्रैसवार्ता) अगर हमारे गैंस उपभोक्ता पाठक सिलेण्डरी लेने जा रहे है तो सावधान हो जाए, क्योंकि जो सिलेण्डर आप खरीद रहे हैं। उसमें गैंस कम हो सकती है यह शिकायत भी नई नहीं है, किन्तु शिकायतों पर कार्यवाही न होने से शिकायत बढ़ती जा रही है। जिसका नमूना म0प्र0 के छिंदवाड़ा जिले में देखने को मिला है। यहां तक एक गैंस उपभोक्ता द्वारा सिलेंडर खरीदकर जब तोला गया तो गैंस 1 किलो 700 ग्राम कम पाई गई, जबकि इसके पूर्व भी गैंस को नापने पर 4 से 5 किलो कम पाई गई जिसकी शिकायत पर कोई कार्यवाही न होने से शिकायत जस की तस बनी हुई है 'प्रेसवार्ता 'ने जब ईस जागरूक उपभोक्ताओं से बातचीत की तो उन्होंने बताया उसने बताया कि छिंदवाड़ा में इस प्रकार गैंस की चोरी बढ़ती जा रही है। जानकारी की मानें तो वितरकों के पास रिफेलर होता है, जिससे आसानी से गैंस भरे सिलेंडर में से गैंस निकाली जा सकती है तथा इसमें वे इतने महारथी होते हैं कि सिलेंडर में लगाने वाली सील भी वे हुबद्र बना देते हैं। वितरकों से गैंस सिलेंडर लेते समय यदि जागरूक उपभोक्ता जांच करे या गोदामों के आकस्मिक जांच कराई जाए तो रसोई गैस के नाम पर होने वाली चोरी का बड़े रूप में खुलासा हो सकता है। बहरहाल खाद्य विभाग इस प्रकार की शिकायत को गंभीरता से ना लेकर वही रटा रटाया जवाब कि शिकायत पर कार्यवाही की जाएगी, कहकर अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर अंदाज कर रहा है। जिससे जिले में गैस सिलेंडर से गैंस की चोरी बढ़ती जा रही है।
Saturday, January 9, 2010
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