नई दिल्ली(प्रैसवार्ता) कहते हैं कि फैशन के इस दौर में गारंटी की बात करना बेमानी होती है, भले ही आपको कितना ही नुकसान क्यों न झेलनी पड़े, लेकिन बात जब आपके स्वास्थ्य की हो रही हो, तो सेवन से पहले उसकी गारंटी की ही नहीं उसके साइड इफैक्ट के बारे में जांच-पड़ताल करना जरूरी हो जाता है। हम बात कर रहे हैं बाजार में बिकने वाली उन विभिन्न दवाओं की, जो वजन कम करने की दावे करती है, लेकिन उसके साइड इफैक्ट के बारे में नहीं बतलाती। बावजूद इसके आज विशेषकर महिलाओं में वजन कम रखने की होड़ और दवाओं पर उनकी निर्भरता को देखा जा सकता है। आज हर दूसरी महिला अपना वजन कम करना चाहती हैं, जिसके लिए वह बाजार में उपलब्ध हर नुस्खों पर दांव आजमां रही हैं। चाहे वह दवा आयुर्वेदिक हो अथवा ऐलोपैथिक, लगभग सभी दवाओं पर बारी-बारी से भरोसा करने वाले ऐसे लोग आज अंजाने ही बड़ी व घातक बीमारी की जद में तेजी से पहुंच रहे हैं। अफसोस की बात यह है कि उन्हें इस बात का आभास तक नहीं है। हालात यह है कि आज बाजार में अनेकों ऐसी दवाएं उपलब्ध हैं जो दो से चार हफ्तों में वजन कम करने की दावें कर रही हैं। वजन कम रखने वालों की कतार में पुरूषों की भी संख्या कम नहीं है, जो ऐसी किन्हीं दवाओं पर निर्भर है। कोई मोटापे से परेशान है तो कोई बढ़ते वजन से फिक्रमंद होकर इन दवाओं का सेवन कर रहा है। मोटापा कम करने व चर्बी घटाने वाली ऐसी दवाओं से साइड इफैक्ट से बेखबर कौन किस घड़ी, किस बड़ी बीमारी से जकड़ जाएगा, पता लगाना मुश्किल है। चिकित्सकों की राय में बाजार में बिकने वाली ऐसी कई दवाएं स्वास्थ्य के लिए केवल घातक हो सकती है, बल्कि इनके लगातार सेवन से स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर, थायराइड समस्या एंव दिल का रोग भी संभव है। यही बात हाल ही हुए एक शोध से भी पता लगा है। एक अध्ययन मुताबिक बाजार में बिकने वाली सेब्टेरामिन नामक दवा, जो विशेषकर वजन कम रखने के लिए दी जाती है, एक स्वस्थ शरीर के लिए बेहद ही नुकसान दायक होती है। रिपोर्ट में बताया गया है इस तरह की गोलियों के लगातार लेने से न केवल स्ट्रोक के चांसेज बढ़ सकते हैं, बल्कि इससे उच्च रक्तचाप व थायराइड की गंभीर समस्या हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार वजन कम करने के लिए बाजार में बिकने वाली सेब्टेरामिन गोली में खतरनाक तत्व पाए गए हैं, जो स्वास्थ्य के दृष्टिकोण काफी हानिकारक हो सकते हैं और यह खासकर उन लोगों के लिए काफी घातक हो जाता है जिन्हें पूर्व में स्ट्रोक, हाई ब्लडप्रेशर जैसे रोग रह चुके हों। डेली टेलीग्राफ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक आस्ट्रेलियाई चिकित्सीय प्रशासन ने सेब्टेरामिन दवा के साइड इफैक्ट की खबर प्रकाश में आते ही सभी डाक्टरों को आदेश जारी किर दिए गए हैं कि मरीजों को सेब्टेरामिन लिखना बंद कर दें। रिपोर्ट में बताया गया है कि चिकित्सीय परीक्षण में वजन कम करने वाली इन गोलियों के सेवन से मरीजों के शरीर में खतरनाक प्रभाव देखे गए। डा राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नई दिल्ली में वरिष्ठ चिकित्सक डा एम वली के मतानुसार मोटापे से परेशान रोगियों को सेब्टेरामिन दवाओं का सेवन पूरी तरह से घातक है। उन्होंने बताया कि सेब्टेरामिन दवा चर्बी जलाने में कारगर तो हैं, लेकिन इसके दुष्प्रभाव को देखते हुए इसे मरीजों को देना उचित नहीं है। डा. वली ने बताया कि सेब्टेरामिन का बेहतर विकल्प ओरलीस्टैड दवा है जिसका कोई साइड इफैक्ट नहीं है और यह खाए गए चर्बी के 30 फीसदी मात्रा तुरंत नष्ट कर देने में सक्षम है। हालांकि वजन कम करने के लिए दवाओं के इस्तेमाल को जायज नहीं ठहराते हुए उन्होंने कहा कि यदि संयम से कम चर्बीयुक्त भोजन और नियमित रूप से व्यायाम जारी रखा जाए तो बढ़ते वजन और मोटापे से आसानी से निपटा जा सकता है। शोध रिपोर्ट के अनुसार सबसे पहले यह मामला महिलाओं में देखा गया, जिसका उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पाया गया। शोध में यह पाया गया है कि रेडिक्टल कंपनी द्वारा बेची जाने वाली इस दवा का सेवन महिलाएं अधिकतर करती हैं। गौरतलब है कि इस दवा के दुष्प्रभाव को देखते हुए आस्ट्रेलियाई प्रशासन ने तत्काल इस पर प्रतिबंध लगा चुकी है। वीएल के हॉस्पिटल, नई दिल्ली में इंटर मेडिसिन कंसल्टेंड डा अतुल भसीन बताते हैं कि सेब्टेरामिन दवा का सेवन कई खतरनाक रोगों को दावत दे सकती है, जिनमें लीवर इंफेकशन, स्ट्रोक, हाई ब्लडप्रेशर, थायराइड समस्या, अवसाद या चिंताग्रस्तता एवं हार्मोनल चेंजेज से होने वाली रोग प्रमुख हैं। डा भसीन का मानना है कि बाजार में बिकने वाली दवाओं से मोटापे और वजन संबंधी रोगों से छुटकारा पाना मुश्किल होता है। उनका कहना है कि नियमित व्यायाम और उचित भोजन ही, इससे निपटने का सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है, जो पुरूषों और महिलाओं दोनों को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल्दबाजी के चक्कर में दवाओं पर निर्भरता न केवल कई गंभीर बीमारियों को नियंत्रित करते हैं अपितु इनसे होने शरीर में होने वाले बदलाव अतिसंवेदनशील होते हैं और वे भविष्य के लिए घातक हो सकते हैं। प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार आस्ट्रेलिया में सेब्टेरामिन दवा की सेवन करने वाली एक महिला की मौत भी हो चुकी है और तकरीबन 200 लोगों में इस दवा के सेवन से हुए दुष्परिणाम की खबर के बाद आस्ट्रेलियाई चिकित्सीय प्रशासन ने इन दवाओं पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया। चिकित्सीय प्रशासन द्वारा जारी किए चेतावनी सूचना में लोगों से अपील की गई हैं कि वजन कम करने के उद्देश्य से इन दवाओं के उपयोग से दूर रहें, क्योंकि चर्बी को तेजी से जलाने वाली यह दवा स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो रही है। रिपोर्ट से पता चला है कि आस्ट्रेलियाई चिकित्सीय प्रशासन द्वारा किए गए (एससीओयूटी)सेब्टेरामिन कार्डियोवस्कुलर प्राथमिक परिणाम पर आधारित परीक्षण में पाया है कि पूर्व में कार्डियोवस्कुलर अथवा हाईपर टेंशन के रोगी रह चुके रोगियों के लिए सेब्टेरामिन दवा अधिक घातक है और इस दवा के सेवन से रोगियों में हुए बदलाव के बाद ही प्रशासन ने इस दवा पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया था। प्रशासन ने ऐसे मरीजों, जिन्हें पूर्व में कभी कार्डियोवस्कुलर और हाईपर टेंशन की बीमारी रही हो, को सेब्टेरामिन दवा देने से इनकार किया है और यह दवा उन रोगियों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है जो मोटापा, बढ़ते वजन अथवा कार्डियोव्सकुलर जैसे रोगों से घिरे हुए रहे हैं।
Wednesday, January 20, 2010
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