कुल्लू(प्रैसवार्ता) अकबर के सामने जीते जी ही नहीं, मौत के बाद भी सैकड़ों सिर झुकते हैं। हिमाचल प्रदेश की कुल्लू घाटी में बसा मलाणा गांव उन्हें देवताओं की तरह पूजता है। ग्रामीणों ने मुगल सम्राट को सोने से निर्मित सदियों पुरानी मूर्ति को एक मंदिर में स्थापित किया है। हर साल फरवरी में फागली उत्सव के दौराव वे अकबर और उनके घोड़े की प्रतिमा निकालते हैं। इसके बाद मंत्रोच्चारण के बीच पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा करते हैं। अकबर के साथ मलाणा वासियों की गहरी आस्था जुड़ी हुई है। देव जमलू की हुकूमत वाले इस ऐतिहासिक गांव में स्थापित उनकी मूर्ति पर देश-विदेश के कई जानेमाने इतिहासकार शोध कर रहे हैं। गांव के बड़े-बुजुर्ग बताते हैं कि देवता जमलू ने दिल्ली के तख्त तक को हिला कर रख दिया था।
Wednesday, January 20, 2010
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