नई दिल्ली(प्रैसवार्ता) समाज में नैतिकता के पतन और पश्चिमी संस्कृति के बढ़ते प्रभाव के परिणाम स्वरूप कुंवारी लड़कियों के साथ-साथ शादीशुदा महिलाओं का रूझान भी हाईमैनोप्लास्टी की तरफ बढऩे लगा है। हाईमैनोप्लास्टभ् के चलते लड़कियां शादी से पूर्व यौन संबंध बनाने से गुरेज नहीं करती और शादी के दिन निकट आने पर अपने कोमार्य भंग होने की चिंता के चलते हाईमैनोप्लास्टी करवाने लगी हैं। इस तकनीक से यौन संबंधों का लुत्फ उठाने उपरांत भी कौमार्य की रक्षा की जा सकती है। देश की राजधानी दिल्ली सहित चंडीगढ़, जयपुर, लुधियाना, मुंबई, कोलकाता जैसे महानगरों मं इस तरह के आप्रेशन कास्मैटिक सर्जरी के नाम पर होने लगे हैं। "प्रैसवार्ता" को मिली जानकारी अनुसार इस तरह के आप्रेशन से लाभांवित होने वाली महिला/लड़की को मात्र दो-तीन सप्ताह का परहेज रखना होता है। शादीशुदा महिलाएं अपनी आयु व अनुभव के अनुसार सालगिरह इत्यादि पर आप्रेशन करवाकर अपने पति इत्यादि को उपहार देने लगी है। चिकित्सकों के अनुसार भारतीय लड़कों में प्राय: यह इच्छा रहती है कि उसकी होने वाली पत्नी कुंवारी हो और यही कारण है कि हाईमैनोप्लास्टी का रूझान बढऩे लगा है। एक दिन में होने वाले इस आप्रेशन में आप्रेशन उपरांत संबंधित महिला/लड़की को छुट्टी दे दी जाती है।
Friday, January 22, 2010
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