चंडीगढ़ (प्रैसवार्ता) दक्षिणी हरियाणा के नांगल चैधरी के ग्राम मौरूढ़ में ग्राम वासियों ने सात पीढिय़ों से शराब को हाथ तक नहीं लगाया है और शराब को छूना भी पाप समझा जाता है। वर्तमान में जब शराब का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है, मगर गुर्जर बाहुल्य के 3200 आबादी वाले इस ग्राम में लगभग सभी बिरादरी के लोग होते हुए भी इस ग्राम में जन्म लेने वाला कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कहीं नौकरी कर रहा है या फिर बड़े पद पर कार्यरत है, शराब का सेवन नहीं करता। ग्राम वासी प्रहलाद सिंह ने ''न्यूज प्लस'' को बताया कि प्राचीन समय में इस ग्राम में आत्मा राम महाराज रहते थे और उनकी प्रेरणा का प्रभाव है कि उनके वचन मुताबिक उस समय से ही शराब न पीने की प्रथा चली आ रही है। विवाह षादी इत्यादि समारोहों में इस ग्राम में जन्मे लोग भिन्न-2 समुदायों के होने के बावजूद भी ग्राम में बनी महाराज आत्मा राम की समाधि पर सारी रस्में रिवाज करते हैं। प्रहलाद सिंह के मुताबिक ग्राम में आने वाले मेहमानों को दूध व खीर खिलाई जाती है।
Thursday, November 26, 2009
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