चंडीगढ़(प्रैसवार्ता) हरियाणा राज्य में निरंतर बिगड़ रही कानून व्यवस्था के चलते प्रदेश में हत्या, डकैती, लूट, फिरौती के लिए अपहरण जैसे अपराधों में वृद्धि हो रही है। राज्य सरकार ने गुडग़ांव उपरांत फरीदाबाद में पुलिस कमिश्ररी शुरू की है, मगर इसके बावजूद भी अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बढ़ते अपराधिक ग्राफ से चिंतित मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने पुलिस को इस संबंध में संख्ती करने के आदेश दिए हैं। ''प्रैसवार्ता'' को मिली जानकारी अनुसार मुख्य मंत्री के गृह जिला रोहतक रेंज में 30 सितंबर 2009 तक 227 हत्याएं हो चुकी हैं-जबकि हिसार रेंज में यह आंकड़ा 174 है। रोहतक रेंज मे 34 डकैतियां पड़ी है-जबकि 157 लूट की वारदातें हुई है-वहीं हिसार रेंज में 17 डकैतियां तथा 76 लूट की वारदातें दर्ज की गई हैं। अम्बाला रेंज में 26 डकैतियां और 71 लूटपाट की घटनाएं, गुडग़ांव पुलिस कमिश्ररी में 14 डकैतियां व 107 लूटपाट की वारदातें हुई हैं। दुराचार के मामले में रोहतक जिला नंबर वन है-जिसमें 133, हिसार रेंज में 112, अम्बाला रेंज मे 107, रेवाडऱी रेंज में 65, गुडग़ांव पुलिस कमिश्ररी में 23 और फरीदाबाद कमिश्ररी में 23 मामले हुए हैं। बच्चों तथा अन्य के अपहरण के मामले में हिसार रेंज में 186, रोहतक रेंज में 177, अम्बाला रेंज में 121, रेवाड़ी रेंज में 89, फरीदाबाद कमिश्ररी में 61 तथा गुडग़ांव कमिश्ररी में 46 अपहरण दर्ज दिये गये। फिरौती के लिए अपहरण की रोहतक और रेवाड़ी रेंज में दो-दो, फरीदाबाद कमिश्ररी में तीन, गुडग़ांव कमीशनरी में एक तथा अम्बाला रेंज में तीन घटनाएं हुई हैं। वैसे राज्य में 31 अक्तूबर 2009 तक अपहरण की 816, हत्याओं की 800, दहेज के लिए हत्याओं की 234 तथा दुराचार की 502 घटनाएं पुलिस में दर्ज की हैं।
Monday, November 30, 2009
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