चक्की चला रहे संतोषपाल से हमने कहा कि चाचा आपके पास कार ट्रैक्टर, वी.सी.आर, जनरेटर, मोटर साइकिल, कलटर टेलीविजन सहित सभी आधुनिक सुख सुविधाएं थी। आप किसी के समझाने से नहीं माने सब कुछ शराब और जुएं में बर्बाद कर दिया अब चक्की चलाते हुए बड़ा कष्ट होता होगा। इस पर संतोष पाल ने बड़े गर्व से जवाब दिया। अरे आदमी की जिंदगी का बार-बार मिली। देख तौ लिए न दुनिया के रंग। -संजय कुमार चतुर्वेदी (प्रैसवार्ता)
Thursday, November 19, 2009
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