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Tuesday, November 17, 2009

जहां लोग सांप से लेकर कीडे मकौड़े तक खा जाते हैं।

नई दिल्ली (प्रैसवार्ता) इसमें कोई संदेह नहीं, कि व्यक्ति जीभ के स्वाद का रसिया है। विश्व में कई लोग ऐसा कुद भी खा जाते हैं, जिसके बारे सुनकर सामान्य व्यक्ति हैरान हो जाते हैं और खाने वाले को शायद ज्ञान हो, कि वह क्या खा रहा है। उसे भी ध्यान नहीं रहत, जो कुछ वह खा रहा है-इसके पीछे किसी की जान गई है। चीन के रैस्टोरैंटों में सांपों के अतिरिक्त कीड़े-मकौड़े खाने वालों की भीड़ रहती है। यहां लोग काकरो भी खाते हैं। शीशे के बक्सों में हिलते-जुलते जिंदा कीड़ों को तलकर और फिर उस पर नमक, मिर्च मसाला लगाकर लोगों को परोसे जाते हैं। आश्चर्य जनक बात यह है, कि इन कीड़ों को तो काटा जाता है और ही साफ इत्यादि। इन्हें जैसे होते हैं-वैसे ही उबलते तेल में डालकर खाने के लिए तैयार किया जाता है। यहा कीड़े मकौड़े इतने महंगे मिलते हैं, कि जितने रूपयों की एक प्लेट, जिसमें मात्र 4-5 कीड़े ही होते हैं, मिलती है, उससे एक सभ्रांत भरा हुआ, परिवार तीन समय तक का भोजन कर सकता है। कुछ लोगों के लिए मेंढ़क खाना भी फराई चिकन से कम नहीं। टांगे उतार कर, आखें निकाल कर और मेहदे की आंतडिय़ों को निकाल कर तंदूर में भून कर उसे तेल में तल कर खाने के लिए तैयार किया जाता है। चीन में औरतें मेढ़क के मांस को खाने में प्राथमिकता देती हैं-जबकि गर्भवती महिलाओं को डाक्टर भी मेढ़क का मांस खाने की सलाह देते हैं। इसलिए मेंढ़कों का पालन-पोषण कुछ लोगों का व्यापार बना हुआ है-जिसमें मुर्गी पालन व्यवसाय की तरह अच्छी कमाई की जाती है। कछुए की सिर्फ खोपड़ी सख्त होती है और उसमें सांस और खुसक की नाडिय़ों के अतिरिक्त कोई हड्डी नहीं होती। इसलिए जिन लोगों के जुबाड़े कमजोर होते हैं या आंत निकले होते हैं, वह कछुए के मास को प्राथमिकता देते हैं। कछुए को साफ करके एक विशेष प्रकार के रिंग पर उल्टा लटका कर पकाया जाता है और कुछ मिन्ट उपरांत ही उस पर स्लाद, मसाले, क्रीम इत्यादि लगाकर खाने के शौकीनों को परोस दिया जाता है-जो इसे खीर की तरह चमचे से चस्कियां लेकर खाते हैं। सांप का नाम सुनते ही व्यक्ति दहल जाता है, पर इन रैस्टोरैंटों में जीवित कई प्रकार के सांप होते हैं-जिन्हें हाथ में पकड़ कर ग्राहक को दिखाया जाता है, कि उसने कौन सा मांस खाना है। सांप को बहुत ही बढिय़ा ढंग से पकाया जाता है और खाने वाले बताते हैं, कि इसका स्वाद मुर्गे जैसा होता है। आश्चर्यजनक बात यह है, कि अजगर मनुष्य को निगल सकता है, परन्तु कुछ रैस्टोरैंटों में उसका भी मांस मिलता है। सबसे बड़ी बात यह है कि यहां लोगों की भीड़ आम रैस्टोरैंटों से ज्यादा है। लोग अपने परिवारों, बच्चों सहित ऐसे खाने पर टूट पड़ते हैं और बता सकते हैं, कि मनुष्य जीभ के स्वाद के लिए सब कुछ कर सकता है।

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