उत्तरी अमेरिका में रेंडीयर को कैरीबोआ कहा जाता है। यह जीव काफी बड़ा और बेडोल शरीर का मालिक होता है। नर और मादा दोनों की विशाल और वृक्षों की शाखाओं जैसे सींग होते हैं तथा खुर दूसरे हिरणों के मुकाबले में बड़े और चौड़े होते हैं। यही कारण है कि उनके पैर बर्फ में नहीं घसते। जब यह चलते हैं-तो टॅप-टॅप की आवाज सुनाई देती है। रेंडियर आर्कटिक क्षेत्र में रहता है, जोकि यूरोप, ऐशिया और अमेरिका में फैला हुआ है। आर्कटिक क्षेत्र के ऊपर और यूरोप के उत्तर में रहने वाले लैपस नामक घुमक्कड़ जाति के लोग पूर्णतया रेंडियर ऊपर ही निर्भर रहते हैं। रेंडीयर से उन्हें दूध और मांस मिलता है, जिसके चमड़े से गर्म कपड़े और बूट बनाये जाते हैं। रेंडीयर ही उनका भारी सामान ढोने वाला पशु है और वही ही उनकी बर्फ पर चलने वाली सैलेज गाडियां खींचता है। बर्फ पर चलने वाली सैलेज गाड़ी चलाने वाली मशहूर हस्त्ी है, शांता क्लाज, परन्तु शान्ता क्लाज के रेंडीयर काफी चमकीले और शानदार दिखाई देते हैं। सजीव रेंडीयरों के मुकाबले में शान्ता क्लाज के रेंडीयर ज्यादा सुन्दर होते हैं। एक अच्छे तैराक माने जाने वाले रेंडीयर सर्दी ऋतु में बर्फ के नीचे शैबाल खाते हैं और गर्मियों के दिनों में घास और पत्ते। रेंडियर एक ऐसा हिरण है, जिसे पालतू बनाया जा सकता है। -मनमोहित (प्रैसवार्ता)
Tuesday, June 1, 2010
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